दयाभावना फाउंडेशन
अहिंसा परमो धर्मः
धर्मो रक्षति रक्षितः
जो धर्म की रक्षा करता है धर्म उसकी रक्षा करता है
भारत का सर्वश्रेष्ठ गौ उपचारधाम
परम पूज्य मुनि श्री अविचल सागर जी की मंगल प्रेरणा से “आचार्य विद्यासागर गौ उपचार धाम” का निर्माण किया जा रहा है । राष्ट्रीय महामार्ग एन. एच. 44 ग्वालियर-झाँसी 105 किमी. में एक्सीडेन्टल, जख्मी, आवारा पशुओं के सम्पूर्ण इलाज हेतु आधुनिक, सर्वसुविधा युक्त गौ अस्पताल का कार्य किया जा रहा है।
हाइड्रोलिक एम्बूलेन्स, कुशल चिकित्सा, गौ सेवक, उच्चतम गुणवत्ता की औषधियों उच्च यांगिकी उपकरणों द्वारा गौ सेवा का कार्य सम्पन्न किया जायेगा ।

भारत का सर्वप्रथम गौ उपचार हॉस्पिटल

परम पूज्य मुनि श्री अविचल सागर जी की मंगल प्रेरणा से “आचार्य विद्यासागर गौ उपचार धाम” का निर्माण किया जा रहा है । राष्ट्रीय महामार्ग एन. एच. 44 ग्वालियर-झाँसी 105 किमी. में एक्सीडेन्टल, जख्मी, आवारा पशुओं के सम्पूर्ण इलाज हेतु आधुनिक, सर्वसुविधा युक्त गौ अस्पताल का कार्य किया जा रहा है।
हाइड्रोलिक एम्बूलेन्स, कुशल चिकित्सा, गौ सेवक, उच्चतम गुणवत्ता की औषधियों उच्च यांगिकी उपकरणों द्वारा गौ सेवा का कार्य सम्पन्न किया जायेगा ।

मेरे गुरुवर.. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
गाय का दूध पीने वालो! गाय का खून मत होने दो, राष्ट्र की रक्षा और प्रजा का पालन हमारा धर्म होना चाहिए। यदि हम राष्ट्र की रक्षा और प्रजा का पालन नहीं कर सके तो हमारा अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा। हमारे पास आज राष्ट्रीय गीत, राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय चिह्न है लेकिन ‘राष्ट्रीय चरित्र’ नहीं हैं। यदि हम अपना राष्ट्रीय चरित्र बना लें तो हमारे राष्ट्र का भला है। वह राष्ट्रीय चरित्र क्या है? सत्य और अहिंसा ही हमारा राष्ट्रीय चरित्र हो, सत्य और अहिंसा ही हमारा राष्ट्रीय धर्म हो और यदि हमारे नस-नस में इस राष्ट्रीयता का संचार हो जाए तो फिर हमको किसी दूसरी चीज का सहारा लेने की कोई आवश्यकता नहीं।
मेरे गुरुवर.. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
गाय का दूध पीने वालो! गाय का खून मत होने दो, राष्ट्र की रक्षा और प्रजा का पालन हमारा धर्म होना चाहिए। यदि हम राष्ट्र की रक्षा और प्रजा का पालन नहीं कर सके तो हमारा अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा। हमारे पास आज राष्ट्रीय गीत, राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय चिह्न है लेकिन ‘राष्ट्रीय चरित्र’ नहीं हैं। यदि हम अपना राष्ट्रीय चरित्र बना लें तो हमारे राष्ट्र का भला है। वह राष्ट्रीय चरित्र क्या है? सत्य और अहिंसा ही हमारा राष्ट्रीय चरित्र हो, सत्य और अहिंसा ही हमारा राष्ट्रीय धर्म हो और यदि हमारे नस-नस में इस राष्ट्रीयता का संचार हो जाए तो फिर हमको किसी दूसरी चीज का सहारा लेने की कोई आवश्यकता नहीं।

गाय के लाभ
धार्मिक लाभ

आत्मकल्याण और इन्दिय विजेता बनना भारत की संस्कृति का मुख्य आधार है और इस लक्ष्य में सबसे अधिक और महत्वपूर्ण भूमिका गौ दुग्ध की है । जो मन-वचन-शरीर को दुगुणों से मुक्त कराती है । मनुष्य के पशु स्वभाव से दैवीगुण सम्पन्न बनने में गौमाता का दुग्ध ही सहयोग करता है।
पर्यावरण लाभ

गौमूत्र, गोबर भूमि के लिये वरदान है । जो धरती को उपजाऊ, उर्बरा बनाये रखने में मदद करती है । करोड़ों वर्षों से किसान गौमूत्र, गोबर, गारम आदि का ही उपयोग करते हुये खेती किसानी करते आये है।
आर्थिक लाभ

आर्थिक लाभ – भारत कृषि प्रधान देश है यहाँ 70 प्रतिशत आबादी कृषि उपज के द्वारा ही जीवन यापन करती है । भारत की आर्थिक प्रगति में गाय के द्वारा ही उत्पादीन साधन सामग्री से ही विकसित हो रही है।
हमारी मुहीम का हिस्सा बने
हमारा लक्ष्य
दयाभावना फाउंडेशन वंचित व्यक्तियों, समूहों और समुदायों के सामाजिक विकास और एकीकरण के लिए काम करता है। साथ ही एक ऐसे समुदाय का निर्माण करना जहां लोग जानवरों को महत्व दें और उनके साथ प्यार और दया का व्यवहार करें।

असहाय गायों का उपचार करना

जानवर के अस्पताल का निर्माण करना

विश्व कल्याण के कार्य करना

गौशाला का निर्मार्ण करना

गरीबो की भोजन व्यवस्था

वृक्षारोपण
गायो का उपचार
गौशाला
डॉक्टर
गौसेवक
हमारे बारे मै और अधिक जाने
अभी तक क्या हासिल किया
1. 800 गौवंश का सफल उपचार किया जीवन दान दिया ।
2. ग्वालियर से झाँसी 110 किमी. फोर लाईन हाईवे पर 2 साल से गौरक्षा का कार्य ।
3. 2022 के जुलाई माह से भारत की ऐतहासिक नगरी झाँसी में भी “दया भावना फाउण्डेशन” ने अपना कार्य प्रारम्भ किया ।
Testimonials
हमारी उपलब्धियाँ
हमारे बारे मे और हमारे काम के बारे मै अधिक जानने के लिए निचे दिए गए वीडियो को देखे

असहाय गायों को आपकी जरुरत है
दया भावना फाउंडेशन इन गायों को कसाइयों और बूचड़खानों से बचाने और उन्हें आश्रय प्रदान करने, चारा और पानी की व्यवस्था करने, चिकित्सा देखभाल प्रदान करने और इस कार्यक्रम को बढ़ावा देने और उनकी भविष्य की देखभाल के लिए धन जुटाने के लिए काम कर रहा है।
समस्त दान को आयकर अधिनियम की धरा 80G के तहत छूट दी जाएगी